प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, तेहरान में इंटेलिजेंस मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि क्रांति विरोधी के नेटवर्क में शामिल प्रमुख लोगों को गिरफ़्तार कर लिया गया है। ईरान के ख़ुफ़िया मंत्रालय के बयान के अनुसार क्रांति विरोधियों के तबाह किए गए नेटवर्क ने सात दिसंबर को विश्वविद्यालय दिवस के अवसर पर तेहरान विश्वविद्यालय सहित देश के अन्य शहरों में अशांति फैलाने की योजना बनाई थी।
याद रहे कि सात दिसंबर को इस्लामी गणतंत्र ईरान में विश्वविद्यालय दिवस मनाया जाता है और शिक्षण संस्थानों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
ईरान के इंटेलिजेंस मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट में आया है कि ध्वस्त किया गया क्रांति विरोधी नेटवर्क में शामिल प्रमुख लोगों की गिरफ़्तारी के बाद देश में हंगामा और बलवे करने की एक और साज़िश को नाकाम कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि पंद्राह नवंबर को पेट्रोल की क़ीमतों में हुए फेर-बदल के एलान के बाद ईरान के कुछ शहरों में बहुत छोटे पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन हुए थे। इन विरोध-प्रदर्शनों में कुछ नक़ाब पोश लोगों ने निजी और सरकारी संपत्तियों पर हमले किए और उन्हें आग लगा कर देश के शांतिपूर्ण माहौल को नुक़सान पहुंचाने का प्रयास किया था।